Class 7 NCERT Solutions Hindi Chapter 12 - Kancha
Kancha Exercise प्रश्न-अभ्यास
Solution 1
कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं तो वह उनकी ओर पूरी तरह से सम्मोहित हो जाता है। उसे लगता है की जैसे कंचों का जार बड़ा होकर आसमान-सा बड़ा हो गया और वह उसके भीतर चला गया। वहाँ और कोई नहीं था। वह अकेला ही कंचे चारों ओर बिखेरता हुआ मजे से खेल रहा था। हरी लकीर वाले सफ़ेद आँवले से गोल कंचे उसके दिमाग में पूरी तरह छा गए। मास्टर जी कक्षा में पाठ "रेलगाड़ी" का पढ़ा रहे थे लेकिन उसके दिमाग में कंचों का खेल चल रहा था। उसे मास्टरजी द्वारा बनाया गया बॉयलर भी कंचे का जार ही नज़र आता है। उसने कंचों के चक्कर में मास्टर जी से डाँट भी खाई लेकिन उसका दिमाग तो केवल कंचों के बारे में ही लगा हुआ था।
Solution 2
दुकानदार व ड्राइवर के सामने अप्पू एक छोटा नादान बच्चा है जो अपनी ही दुनिया में मस्त है। दुकानदार उसे देखकर पहले परेशान होता है। वह कंचे देख तो रहा है लेकिन खरीद नहीं रहा। उसे लगता है कहीं ये जार को गिरा कर तोड़ तो नहीं देगा फ़िर जैसे ही अप्पू ने कंचे ख़रीदे तो वह हँस दिया।
ऐसे ही जब अप्पू के कंचे सड़क पर बिखर जाते हैं तो तेज़ रफ़्तार से आती कार का ड्राइवर यह देखकर परेशान हो जाता है कि वह दुर्घटना की परवाह किए बिना, सड़क पर कंचे बीन रहा है। लेकिन जैसे ही अप्पू उसे इशारा करके अपना कंचा दिखाता है तो वह उसकी बचपन की शरारत समझकर हँसने लगता है।
इस प्रकार दुकानदार और ड्राइवर पहले अप्पू की हरकतों से खीझते हैं और बाद में उसकी बालसुलभ चंचलता को देखकर हँस पड़ते हैं।
Solution 3
पाठ के शुरुआत में मास्टर साहब सब बच्चों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए शायद ऊँची आवाज़ में बात कर रहे थे पर जब उन्हें लगा कि अबसब बच्चे उनके पाठ में ध्यानमग्न हो गए तब उन्होंने अब पाठ समझाने की मुद्रा अपनाने के कारण अपनी आवाज़ को धीमा कर दिया होगा।
Solution 4
हमारे इलाके में लगोरी, पतंग उड़ाना, कबड्डी, खो-खो, क्रिकेट आदि खेल खेले जाते हैं।
Solution 5
गिल्ली-डंडा :
इस खेल में एक स्थान पर छोटा-सा गड्ढा बना दिया जाता है। उस पर लकड़ी की एक गिल्ली रखी जाती है। इस गिल्ली को प्रतिदंद्वी खिलाड़ी एक नुकीले डंडे से ऊपर उछालता है। दूसरे खिलाड़ी उस गिल्ली को लपकने का प्रयास करते हैं। यदि गिल्ली लपक ली जाती है तो खिलाड़ी आउट माना जाता है।
Solution 6
'सफ़ेद बड़े आँवले से कंचे'
Kancha Exercise भाषा की बात
Solution 1
मुहावरा |
भाव |
वाक्य |
दाँतों तले उँगली दबाना 1. हैरान होना 2. विस्मित होना |
आश्चर्य |
1.कारीगरों की नक्काशी देखकर मैं हैरान हो गया। 2. झाँसी की रानी की वीरता देखकर अँग्रेज भी विस्मित हो उठे। |
साँस रोके हुए 1. दम साधे खड़े रहना 2. प्राण सूख जाना |
डर के मारे |
1. इतने लंबे साँप को सभी दम साधे देख रहे थे। 2. पिताजी को गुस्से में देखते ही मेरे प्राण सूख गए। |
Solution 2
1. उफ़ ! आज की रात बड़ी ठंडी अँधेरी रात है।
2. इतनी सारी खट्टी-मीठी गोलियाँ माँ लेकर आईं हैं।
3. चलो बच्चों, 'ताज़ा स्वादिष्ट भोजन आपकी प्रतीक्षा कर रहा है।'
4. स्वच्छ रंगीन कपड़े हमारी रानी बेटी पहनेगी।